"JEEVAN SATYA KI TALASH"
Tuesday, 26 November 2013
परिंदा
प्यार बनकर ज़िंदा हो तो ज़िंदगी है,
तलाश बनकर परिंदा हो तो ज़िंदगी है
हो ज़िंदादिल जूनून ,मकसद के वास्ते
फड़फड़ाते, आज़ाद बाशिंदा हो तो ज़िंदगी
है
-डॉ. पंकज वर्मा.
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